Saturday, November 19, 2011

Tu chand hai meri ankho ka..

तू आया मेरे जीवन में,
बनके यादों का बसेरा॥
तू चाँद है मेरी आँखों का,
कभी आधा है कभी पूरा॥

जब भी आंखे में खोलू तू,
दुनिया रोशन करती है॥
जब बंद करू आंखे अपनी तो,
सपनो में रंग भरती है॥
जब तुझपे गम के बदल छाए,
दिन में हो जाये अँधेरा॥
तू चाँद है मेरी आँखों का,
कभी आधा है कभी पूरा॥

अपनी आंखे पढ़ते पढ़ते,
तुझको मै पा जाता हु॥
कभी तुझे बाँहों में भरके,
बदल सा छा जाता हु॥
तू ही मेरे दिल की धड़कन ,
तू ही प्यार है मेरा॥
तू चाँद है मेरी आँखों का,
कभी आधा है कभी पूरा

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