Sunday, February 5, 2012

हाँ मुझे तुमसे प्यार हुआ

A very sweet poem written and sent to me by a very sweet friend, After making so much effort, I am allowed to write it on my blog. Read it, Enjoy it, Love it, It came directly from heart...

हाँ मुझे तुमसे प्यार हुआ,
ना जाने कब इकरार हुआ,

जबसे तुमको समझा,
जबसे तुमको जाना,
तबसे तुमसे प्यार हुआ,
हाँ मुझे तुमसे प्यार हुआ,

तुम्हारा मुझे सताना,
और प्यार से मनाना,
तुम्हारा मुझे देखना,
और मेरा मुस्कुराना,
हर पल जो साथ गुजारा था,
हर उस पल में इकरार हुआ,
हाँ मुझे तुमसे प्यार हुआ,

मुझसे दूर जब तुम जाते हो,
कुछ भी ना अच्छा लगता है,
हर रात तुम्हारी याद में,
दिन इंतजार में कटता है,
अब तो तुम्हारे आने के,
इंतजार से भी प्यार हुआ,
ना जाने कब इकरार हुआ,
पर ये सच है,
हाँ मुझे तुमसे प्यार हुआ,

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